5 TIPS ABOUT HINDI KAHANIYAN YOU CAN USE TODAY

5 Tips about hindi kahaniyan You Can Use Today

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hindi kahaniyan

किया गया है। लेकिन इनकी बाद की कहानी यथार्थवादी कहानियाँ हैं जिनमें ग्रामीण और

एक बार मुल्ला नसरुदीन को प्रवचन देने के लिए आमंत्रित किया गया . मुल्ला समय से पहुंचे और स्टेज पर चढ़ गए , “ क्या आप जानते हैं मैं क्या बताने वाला हूँ ?

से इस युग की कहानियों की भाषा उतनी प्रौढ़ और परिमार्जित भाषा नहीं है जितनी

सबसे पहले हम अपने पाठकगण से यह कह देना आवश्यक समझते हैं कि ये महाशय जिनकी चिट्ठी हम आज प्रकाशित करते हैं रत्नधाम नामक नगर के सुयोग्य निवासियों में से थे। इनको वहाँ वाले हंसपाल कहकर पुकारा करते थे। ये बिचारे मध्यम श्रेणी के मनुष्य थे। आय से व्यय अधिक केशवप्रसाद सिंह

प्रमुख प्रगतिवादी कहानीकार और उनकी रचनाएँ इस प्रकार हैं- 

प्रभावित होती रही। इसकी इसी विकास यात्रा पर हम इस इकाई में गहनता से विचार

लंगड़ा राक्षस भाग १ राजा विजयकेतु सच्चा प्रजापालक था। उसके राज्य में पूर्णरूप से सुख-समृद्धि का निवास था। उसके इस यश और वैभव को देखकर उसके पड़ोसी राजा ईर्ष्या किया करते थे। एक बार राजा अपनी नवोढ़ा ...

शर्मा उग्र, विष्णु प्रभाकर, अमृतलाल नागर, आदि कहानीकार

अपितु 'कहानी', नई कहानियाँ ' कल्पना', सारिका' संचेतना, कहानियाँ आदि

दो सिर वाला जुलाहा : पंचतंत्र की कहानी 

ब्राह्मणी और तिल के बीज : पंचतंत्र की कहानी

दिशा प्रदान की उनमें श्री विश्वम्भर नाथ शर्मा, 'कौशिक', आचार्य चतुर राजा राधिका रमण प्रसाद सिंह, श्री शिव पूजन

प्रेमचन्द की कहानी शैली से बिल्कुल भिन्न कहानियाँ हैं। एक राष्ट्रवादी

कोटि की कहानियाँ हैं। इन कहानियों को हम प्रयोगशील कहानियाँ कह सकते हैं। जिनमें

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